Boilerlearn.com में आप का बहुत बहुत स्वागत है आज के इस पोस्ट में classification of boiler के बारे में विस्तार से जानकारी दुंगा इस लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़े।
क्लासिफिकेशन ऑफ़ बॉयलर के बारे में विस्तार से बताने से पहले मैं आप सभी लोगों को बताना चाहूंगा कि बॉयलर किसे कहते है और बॉयलर का उपयोग क्या होता है उसके बाद से मैं classification of boiler के बारे में विस्तार से जानकारी दूंगा तो आपको अच्छे से समझ में आएगा।
बॉयलर किसे कहते है? बॉयलर एक बंद वेसल को कहते है जिसमें ईंधन से आग लगाकर पानी से स्टीम तैयार किया जाता है इसमें कम से कम 22.75 लीटर पानी स्टोर करने की कैपेसिटी होनी चाहिए और ये यूनिट सेफ्टी के संसाधनों से तैयार हो तो इस प्रकार की संरचना या मैकेनिकल डिवाइस को बॉयलर कहा जाता है

इंडियन बायलर रेगुलेशन (IBR) के मुताबिक एक बॉयलर होने का नियम और शर्तें
- बॉयलर या बेसल में 22.75 लीटर या उससे अधिक पानी स्टोर करने की क्षमता होना चाहिए
- बॉयलर में स्टीम का प्रेशर 3.5 kg /cm2 यानी की 50 (psi) होना चाहिए
- बॉयलर में जरूरी सेफ्टी कॉम्पोनेंट्स लगे होने चाहिए
- इंडियन बायलर रेगुलेशन के तहत रजिस्टर्ड होना चाहिए
स्टीम बॉयलर का उपयोग कई कारणों से किया जाता है पर मुख्य कारण पावर प्लांट में टरबाइन घुमाकर बिजली उत्पादन करने के लिए किया जाता है और कंपनियों में प्रोडक्ट बनाने के लिए किया जाता है।
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Classification of boiler in Hindi
Steam boiler को 8 अलग अलग भागो में बाटा गया है अक्ष के आधार पर, ट्यूब के अधार पर, निर्माण विधि के आधार पर,
ईंधन के आधार पर, वर्किंग प्रेशर के आधार पर, सर्कुलेशन के आधार पर, उपयोग के आधार पर, भट्टी के आधार पर चलिए एक एक को विस्तार से समझते है।

अक्ष पर आधारित बॉयलर
अक्ष पर आधारित बॉयलर के तीन प्रकार होते है
- Horizontally boiler
- Vertically boiler
- Inclined boiler
Horizontally boiler इस प्रकार के बॉयलर में स्टीम ड्राम (सेल) horizontally लगा होता है इस प्रकार के बॉयलर के मुख्य उदाहरण है fire tubes boiler, locomotive boiler, lancashire boiler, यह सभी बॉयलर horizontal boiler कहलाते है।
Vertically boiler इस प्रकार के बॉयलर में स्टीम ड्राम (सेल) vertically लगा होता है इस प्रकार के बॉयलर का मुख्य उदाहरण है
Cochran boiler यह एक बहुत ही ज्यादा फेमश वर्टिकलीय बॉयलर है जिसका उपयोग छोटे उद्योग में किया जाता है जहा कम मात्रा में स्टीम का उपयोग होता है
simple vertical boiler यह भी एक वर्टिकलीय बॉयलर है जिसका उपयोग छोटे उद्योग में कम मात्रा में स्टीम के लिए किया जाता है इसमें नीचे के तरफ भट्टी होता है जहा पर लकड़ी को डाला जाता है और आग जलता है स्टीम का उत्पादन होता है
Inclined boiler इस प्रकार के बॉयलर में ट्यूब झुका हुआ होता है इस तरह से ट्यूब को लगाने का मुख्य उद्देश पानी और स्टीम को बेहतर तरीके से अलग करना होता है और इसके साथ ही बॉयलर का स्टीम उत्पादन छमता भी बढ़ाना होता है और बॉयलर में जो भी कचड़ा होता है वह आसानी से नीचे के तरफ आ जाए और उसे आसानी से निकाला जा सके इसमें भी सहूलियत होता है inclined boiler का उदाहरण है babcock and Wilcox boiler, locomotive boiler, Lancashire boiler, inclined boiler होते है।
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ट्यूब्स पर आधारित बॉयलर
ट्यूब्स पर आधारित बॉयलर 2 प्रकार के होते है
- Single tube boiler
- Multitubular boiler
Single tube boiler में एक ट्यूब होता है वह ट्यूब horizontally भी हो सकता है या vertically भी हो सकता है fire tube भी हो सकता है या water tube भी हो सकता है इस तरह के बॉयलर का उपयोग छोटे उद्योग में किया जाता है जहा पर कम मात्रा में स्टीम की आवश्यकता होता है उदाहरण के लिए simple vertical boiler, cornish boiler सिंगल टयूब बॉयलर है।
Multitubular boiler में एक से ज्यादा ट्यूब होते है और यह बॉयलर fire tubes या water tubes दोनो में से कोई भी हो सकता है इस तरह के बॉयलर का उपयोग मीडियम साइज उद्योग में किया जाता है उदाहरण के लिए locomotive boiler, Lancashire boiler, cochran boiler, babcock and Wilcox boiler, fire tubes boiler, water tubes boiler, Multitubular boiler बॉयलर है।
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निर्माण विधि पर आधारित बॉयलर
निर्माण विधि पर आधारित बॉयलर 2 प्रकार के होते हैं
- Packaged Boilers
- Shop-Assembled Boilers
Packaged boiler उस बॉयलर को कहते है जिसको पूरी तरह से कंपनी में बनाकर तैयार किया जाता है और जहा पर बॉयलर लगाना होता है वहा पर बॉयलर का एक एक पार्ट को ट्रांसपोर्ट के द्वारा भेजा जाता है packaged boiler को लगाना बहुत ज्यादा आसान होता है जहा पर बॉयलर लगाना होता है पहले कंपनी अपने एक इंजीनियर को भेजती है ड्राइंग के साथ वह इंजीनियर पहले फाउंडेशन आदि को स्थापित करता है उसके बाद से कंपनी स्टेप बाय स्टेप ड्राइंग के साथ पार्ट पुर्जा भेजती रहती है और इंजीनियर उसे लगवाता रहता है इस तरह के निर्माण विधि पर आधारित बॉयलर को Packaged Boiler कहते है।
Shop-Assembled Boilers उस बॉयलर को कहते है जिसको साइट पर बनाकर तैयार किया जाता है इस तरह के बॉयलर का निर्माण बड़े उद्योग के लिए किया जाता है जहा पर भरी मात्रा में स्टीम की जरूरत होता है तो इतने बड़े बॉयलर का सारा पार्ट पुर्जा को ट्रांसपोर्ट नही किया जा सकता है इस लिए उनका निर्माण साइट पर ही किया जाता है और जो भी पार्ट पुर्जा को ट्रांसपोर्ट करके साइट पर लाया जा सकता है उसका निर्माण कंपनी में ही होता है ताकि आसानी रहे shop assembly boiler का इंस्टालेशन बहुत जटिल होता है और इसको बनाकर तैयार करने में काफी ज्यादा टाइम लगता है इस तरह के निर्माण विधि पर आधारित बॉयलर को shop assembly boiler कहते है।
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ईंधन स्रोत पर आधारित बॉयलर
ईंधन स्रोत पर आधारित 3 प्रकार के बॉयलर होते हैं
- Gas Fired Boilers
- Oil Fired Boilers
- Solid Fuel Fired Boilers
Gas Fired Boilers इस बॉयलर में पानी से स्टीम बनने के लिए गैस से आग को जलाया जाता है और स्टीम का उत्पादन किया जाता है इस बॉयलर का उपयोग छोटे पैमाने पर स्टीम की पूर्ति के लिए लगाया जाता है जहा पर साफ सफाई का खास महत्व हो जैसे किन होटल, हॉस्पिटल, फूड कंपनी आदि में गैस ईंधन पर आधारित बॉयलर का उपयोग किया जाता है।
Oil Fired Boilers इस बॉयलर में पानी से स्टीम का उत्पादन करने के लिए ऑयल से आग को जलाया जाता है और स्टीम का उत्पादन किया जाता है इस बॉयलर का उपयोग भी छोटे पैमाने पर स्टीम का उत्पादन करने के लिए किया जाता है यह बॉयलर गैस फायर बॉयलर से थोड़ा ज्यादा प्रदूषण करता है फिर भी इसका उपयोग किया जाता है क्यों की ईंधन का कोस्ट कम होता है इस बॉयलर का भी उपयोग ज्यादा तर होटल, हॉस्पिटल, फूड उद्योग आदि में किया जाता है।
Solid Fuel Fired Boilers का उपयोग बहुत ही बड़े पैमाने पर किया जाता है और लगभग लगभग सभी प्रकार के कंपनी में किया जाता है इसका ईंधन कॉस्ट बहुत ही सस्ता होता है गैस ईंधन और ऑयल ईंधन फायर्ड बॉयलर के मुकाबले इस लिए इस बॉयलर का उपयोग बड़े उद्योग में किया जाता है जहा पर स्टीम का उपयोग भरी मात्रा में होता है और उसके लिए भरी मात्रा में ईंधन का जरूरत होता है जैसे पावर प्लांट में बिजली उत्पादन के लिए भरी मात्रा में स्टीम का उपयोग किया जाता है बड़े उद्योग में प्रोडक्ट बनाने के लिए भारी मात्रा में स्टीम का उपयोग किया जाता है सॉलिड ईंधन के अंतर्गत हम धान का भूसी, कोयला, लकड़ी, पुआल,सरसो का भूसा आदि का उपयोग स्टीम उत्पादन करने के लिए करते है।
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वर्किंग प्रेशर पर आधारित बॉयलर
वर्किंग प्रेशर के आधार पर 3 प्रकार के बॉयलर होते हैं
- Low Pressure Boilers.
- Medium pressure boiler
- High Pressure Boilers
Low Pressure Boilers जिस भी बॉयलर का working pressure 20 kg (bar) से कम होता है उस बॉयलर को लो प्रेशर बॉयलर कहते है ज्यादा तर fire tubes boiler लो प्रेशर बॉयलर होते है।
Medium pressure boiler जिस बॉयलर का working pressure 20 kg से लेकर 80 kg (bar) तक होता है उस बॉयलर को मीडियम प्रेशर बॉयलर कहते है यह वॉटर ट्यूब बॉयलर होते है
High Pressure Boilers जिस बॉयलर का प्रेशर 80 kg (bar) से ज्यादा होता है उसे high pressure boiler कहते है high pressure boiler में उत्पादन हो रहे स्टीम का टेंपरेचर बहुत ज्यादा होता है और यह सुपरहिएटेड स्टीम होता है इस का उपयोग पावर प्लांट में बिजली उत्पादन करने के लिए किया जाता है और बड़े उद्योग में भारी मात्रा में स्टीम और हिट के लिए किया जाता है
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सर्कुलेशन पर आधारित बॉयलर
सर्कुलेशन पर आधारित 2 प्रकार के बॉयलर होते है
- Natural Circulation Boilers
- Forced Circulation Boilers
Natural Circulation Boilers उस बॉयलर को कहते है जिसमे पानी और स्टीम का सर्कुलेशन नेचुरलीय होता है इस बॉयलर में एक स्टीम ड्राम होता है जिसके आधा हिस्से में पानी होता है और आधा हिस्से में स्टीम होता है और इसी ड्राम में फीड वॉटर की लाइन का कनेक्शन किया हुआ होता है जब भी बॉयलर को पानी की जरूरत होता है तो पानी सबसे पहले फीड पंप के द्वारा ड्राम में आता है ड्राम में आने के बाद पानी का डेंसिटी ज्यादा होता है पानी नीचे बॉटम में आ जाता है और उत्पादन हो रहे स्टीम का डेंसिटी कम होता है इस लिए वह स्टीम ड्राम में चला जाता है यह सर्कुलेशन की प्रक्रिया नेचुरालीय होता है इस लिए इस तरह के बॉयलर को नेचुरालीय सर्कुलेशन बॉयलर कहते है।
Forced Circulation Boilers उस बॉयलर को कहते है जिसमे पानी और स्टीम को फोर्स लगाकर सर्कुलेट किया जाता है खास कर यह बॉयलर हाई प्रेशर बॉयलर होते है और सुपर क्रिटिकल प्रेशर पर काम करते है और भरी मात्रा में स्टीम का उत्पादन करते है आइसे में नेचुरल सर्कुलेशन होना मुंकिन नही होता है इस लिए फॉर्सफुली सर्कुलेशन कराया जाता है इसके लिए एक पंप लगा होता है जो पानी और स्टीम को बहुत तेजी के साथ सर्कुलेट करता है जिससे भरी मात्रा में स्टीम का उत्पादन होता है इस प्रकार के बॉयलर को Forced Circulation Boilers कहते है।
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उपयोग पर आधारित बॉयलर
उपयोग पर आधारित 2 प्रकार के बॉयलर होते है
- Stationery boiler
- mobile boiler
Stationery boiler उस बॉयलर को कहते है जो एक जगह से दूसरे जगह आ और जा नही सकता है जैसे पावर प्लांट में लगा हुआ बॉयलर या कंपनी में लगा हुआ बॉयलर इस तरह के बॉयलर के उदाहरण है
mobile boiler उस बॉयलर को कहते है जो एक जगह से दूसरे जगह आ और जा सकता है उदाहरण के लिए locomotive boiler जो रेल गाड़ी में लगा हुआ होता है और जो पानी वाली जहाज में लगा हुआ होता है वह सभी बॉयलर mobile boiler कहलाते है
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भट्टी पर आधारित बॉयलर
भट्टी पर आधारित बॉयलर 2 प्रकार के होते है
- Internally fired boiler
- Externally fired boiler
Internally fired boiler उस बॉयलर को कहते है जिसके सेल में ही भट्टी स्थित होता है
उदाहरण के लिए Lancashire boiler, cochran boiler ज्यादातर फायर ट्यूब बॉयलर Internally fired boiler होते हैं
Externally fired boiler उस बॉयलर को कहते है जिसका अलग से भट्टी बनाया जाता है और उसके बाद बॉयलर को स्थापित किया जाता है उदाहरण के लिए water tubes boiler ज्यादा Externally fired boiler होते है
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Conclusion
नमस्कार दोस्तो इस पोस्ट में मैंने आप को classification of boiler के बारे में विस्तार से जानकारी दिया हूं फिर भी अगर आप का classification of boiler से जुड़ा कोई सवाल और सुझाव हाेतो हमे कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताएं हम हर संभव आप का मदद करेंगे boilerlearn.com अपने पाढको के साथ बॉयलर से जुड़ी जानकारी साझा करता है आप का दिन शुभ हो धन्यवाद।
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