types of steam in hindi

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Boilerlearn.com में आप का बहुत बहुत स्वागत है आज के इस पोस्ट में types of steam के बारे में विस्तार से जानकारी दुंगा स्टीम क्या होता है स्टीम के कितने प्रकार होते है wet steam क्या होता है dry steam क्या होता है Superheater steam क्या होता है आदि सभी के बारे में जानने के लिए पोस्ट को पूरा पढ़े

What is steam

Types of steam

जब पानी को गर्म करते है तो उससे वाष्प बनता है उसी को स्टीम कहते है इसका कोई रंग नहीं होता है और नाही कोई रूप होता है अगर इसे खुले में छोड़ दिया जाए तो यह आसमान में उड़ जायेगा और स्टीम के साथ जब हवा मिलता है तो यह बादल के रूप में दिखाई देता है

 

सिलेंडर के तरह गोल आकार का चारो तरफ से बंद स्टीम बॉयलर होता है जिसमे स्टीम का उत्पादन होता है सबसे पहले बॉयलर में पानी को भरा जाता है और नीचे से आग लगाया जाता है धीरे धीरे पानी गर्म होता है और जब 100 डिग्री सेल्सियस गर्म होकर उबलता है तो स्टीम का उत्पादन होता है जो पानी से हल्का होता है इस लिए आसमान में जाने की कोशिश करता है यह वाष्प ही स्टीम कहलाता है अगर इसे दोबारा से ठंडा किया जाए तो यह स्टीम पानी बन जायेगा

 

बॉयलर सिलेंडर के तरह गोल होता है और चारो तरफ से बंद होता है और आग लगातार जलती रहती है और स्टीम का उत्पादन होते रहता है और स्टीम बॉयलर में इकट्ठा होता रहता है जितना ज्यादा स्टीम इकट्ठा होगा उतना ज्यादा प्रेशर बढ़ता जायेगा और इस प्रेशर को एक पतली पाइप से गुजरा जाए तो इसमें मैकेनिकल काम करने की छमता उत्पन हो जाता है जिससे अनेकों प्रकार के कार्य किए जाते है

 

पहले के जमाने में रेल गाड़ी में लोकोमोटिव बॉयलर लगाया जाता था और उस बॉयलर में पानी भरा जाता था और कोयला से आग लगाया जाता था जिससे स्टीम का उत्पादन होता था और धीरे धीरे स्टीम के प्रेशर से इतना पावर उत्पन्न हो जाता था जिससे बड़ी से बड़ी रेल गाड़ी सैकड़ों किलो मीटर तक जाती थी

 

इसी तरह से बड़ी से बड़ी पानी वाले जहाजों को चलाने के लिए भी बॉयलर स्टीम का उपयोग किया जाता था और समुंद्र में हजारों किलो मीटर का सफर आसानी से और तेजी से पूरा किया जाता था

 

फिर इंजीनियरों ने देखा कि कुछ काम इस प्रकार के है जिनको करने के लिए अलग-अलग तरह के स्टीम इंजन का निर्माण करना पड़ेगा और उस इंजनों को चलाने के लिए अलग तरह की स्टीम की आवश्यकता पड़ेगी

 

जैसे स्टीम से हम टरबाइन को घुमा करके बिजली का उत्पादन कर सकते है पर उसके लिए हमे बिलकुल सुखी और हाई प्रेशर स्टीम की आवश्यकता होगी तो इसी आधार पर स्टीम को अलग अलग प्रकार से बाटा गया जिसके मुख्य तीन प्रकार है 

 

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Types of steam 

  • Wet steam

  • Dry steam

  • Superheater steam

What is Wet steam 

Types of steam

जिस स्टीम में पानी की नमी होता है उसे wet steam कहते हैं Wet steam क्या है इसे समझना बहुत ही आसान है देखिए जब हम बर्तन में पानी भरकर चूल्हे पर गर्म होने के लिए रखते है तो उस टाइम पर पानी के अंदर टेंपरेचर रहता है जिसे वायुमंडलीय तापमान कहते है अगर यह जीरो रहेगा तो पानी बर्फ बन जायेगा अगर यह 100 डिग्री सेल्सियस रहेगा तो पानी उबलने लगेगा और स्टीम बनने लगेगा पर ध्यान देने वाली बात यह है वायुमंडलीय तापमान कभी भी इतना नही हो सकता है और नाही अभी तक हुआ है गर्मी के मौसम में ज्यादा से ज्यादा वायुमंडलीय तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक होता है और सर्दी के मौसम में कम से कम 1 डिग्री सेल्सियस रहता है मैं यहां पर भारत के वायुमंडलीय तापमान की बात कर रहा हुं

 

अब आप मान लीजिए मैंने गर्मी के मौसम में एक बर्तन में पानी लिया गर्म करने के लिए और उस टाइम पर उस पानी का वायुमंडलीय तापमान 32 डिग्री सेल्सियस है मैने उसे चूल्हे पर रख दिया और नीचे से आग लगा दिया पानी गर्म हो रहा है या नही इसे देखने के लिए मैंने पानी में थर्मामीटर डाल दिया तो आप देखेंगे धीरे धीरे पानी गर्म होगा और थर्मामीटर में टेम्परेचर बढ़ने लगेगा तो हम इसे सेंस कर पा रहे है तो इसे कहेंगे सेंसिबल हीट पानी में ऐड हो रहा है और पानी का टेंपरेचर बढ़ रहा है

 

थोड़े टाइम बाद आप देखेंगे पानी का टेंप्रेचर 100 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ चुका है इससे आगे नहीं बढ़ रहा है पानी उबल रहा और स्टीम का उत्पादन हो रहा है पर टेंपरेचर नही बढ़ रहा है और अगर यह प्रक्रिया इसी तरह से चलती रही तो बर्तन में से सारा पानी स्टीम बनकर आसमान में उड़ जाएगा पर थर्मामीटर में टेंपरेचर नहीं बढ़ेगा

 

और स्टीम पानी से हल्का होता है इसलिए आसमान में जायेगा बर्तन में उबल रहे पानी के ऊपर जब आप हाथ लगाएंगे तो देखेंगे हिट महसूस हो रहा है और उस में मौजूद पानी की नमी से हाथ गिला हो रहा है इसी स्टीम को wet steam कहा जाता है

 

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What is dry steam

जिस स्टीम में पानी की नमी नहीं होता है उसे ड्राई स्टीम या सैचुरेटेड स्टीम कहते हैं पहले wet steam का उत्पादन होता है जिसमे पानी की नमी रहता है फिर बाद में वही स्टीम ड्राई स्टीम के रूप में बदलता है जिसमे पानी की नमी नहीं रहता है wet steam में हमने देखा सेंसिबल हीट एड हो रहा था और जब 100 डिग्री सेल्सियस हो गया था तब पानी उबल रहा था और wet steam का उत्पादन हो रहा था अब wet steam से dry steam में स्टीम को बदलने के लिए हमे बॉयलर की जरूरत पड़ेगा बिना बॉयलर के हम wet steam का तो उत्पादन कर सकते है पर वह स्टीम हमारे किसी काम की नही होगी क्यों की वह वायुमंडल में उड़ जाएगी

 

इस लिए हमे अब बॉयलर की जरुरत पड़ेगी बॉयलर सिलेंडर के तरह गोल होता है और चारो तरफ से बंद होता है सबसे पहले बॉयलर में पानी भर कर आग लगाया जाता है और बॉयलर के उपर एयर वेंट को खुला रखा जाता है धीरे धीरे पानी गर्म होकर स्टीम बनने लग जाता है और एयर वेंट से निकलते लग जाता है यही स्टीम बॉयलर में wet steam कहलाती है फिर थोड़े देर बाद एयर वेंट को बंद कर देते है wet steam इकट्ठा होने लग जाती है और latent heat एड होने लग जाता है और स्टीम का प्रेशर बढने लग जाता है और टेंपरेचर भी बढने लग जाता है क्योंकि यह प्रक्रिया बॉयलर के अंदर होती है जिसे कोई देख नहीं सकता तो इसे लेटेंट हीट कहा जाता है जैसे जैसे प्रेशर बढ़ते जायेगा वैसे वैसे पानी का उबलने का टेंपरेचर भी बढ़ते जायेगा और लिटेंट हिट भी ज्यादा ऐड होती चली जायेगी और एक टाइम ऐसा आएगा स्टीम पूरी तरह से सुखी हो जायेगी जिसे हम ड्राई स्टीम कहते है

 

1 किलो ग्राम प्रेशर अगर बॉयलर के अंदर इकट्ठा होगा तो उसके अंदर उबल रहे पानी का बॉयलिंग पॉइंट 120.4 डिग्री सेल्सियस हो जायेगा और सेंशियल हीट 505.6 डिग्री सेल्सियस हो जायेगा और लीटेंट हिट 2201.1 हो जायेगा

 

2 किलो ग्राम प्रेशर अगर बॉयलर के अंदर इकट्ठा होगा तो उसके अंदर उबल रहे पानी का बॉयलिंग पॉइंट 133.7 डिग्री सेल्सियस हो जायेगा और सेंशियल हीट 562.2 डिग्री सेल्सियस हो जायेगा और लीटेंट हिट 2163.3 हो जायेगा

What is superheated steam?

Dry steam का टेंपरेचर जब सुपरहिटर के द्वारा बढ़ा दिया जाता है तो उस स्टीम को सुपरहीटर स्टीम कहते है सुपर हीटर एक डिवाइस है जो बॉयलर के भट्ठी में लगा होता है dry steam बॉयलर स्टीम ड्रम से निकलते के बाद सुपरहीटर में प्रवेश करती है और उसका टेंप्रेचर बढ़ जाता है यहां पर जो हिट एडिशन होता है उसे हम लोग डिग्री ऑफ सुपर हिट कहते हैं और हिट एडिशन होने के बाद स्टीम को सुपरहीटेड स्टीम कहते हैं 

 

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FAQs 

How many types of steams are there?

स्टीम मुख्य तीन प्रकार की होती है

  • वेट स्टीम जिस स्ट्रीम में पानी का नमी रहता है उसे वेट स्टीम कहते हैं 
  • ड्राई स्टीम जिस स्टीम में पानी की नमी नहीं रहता है उसे ड्राई स्टीम कहते हैं 
  • ड्राई स्टीम को जब सुपर हीटर से गुजर जाता है तो स्टीम का टेंपरेचर बढ़ जाता है और स्टीम सुपर हीट हो जाती है उसे ही सुपरहीटर स्टीम कहा जाता है 


What are the three types of steam produced?

बॉयलर स्टीम के तीन प्रकार हैं वेट स्टीम ड्राई स्टीम सुपरहीटेड स्टीम वेट स्टीम उस स्टीम को कहते हैं जिस स्टीम में पानी की नमी होता है ड्राई स्टीम उसे स्टीम को कहते हैं जिस स्टीम में पानी की नमी नहीं होता है सुपरहीटेड स्टीम जब ड्राई स्टीम को सुपर हीटर से गुजारा जाता है तो उस स्टीम का टेंपरेचर बढ़ जाता है और स्टीम सुपर हिट हो जाती है उसे ही सुपर हीटर स्टीम कहा जाता है 

Conclusion 

इस पोस्ट में मैंने आप सभी लोगों के साथ types of steam वेट स्टीम ड्राई स्टीम सुपर हीटेड स्टीम से जुड़ा जानकारी शेयर किया हूं मुझे उम्मीद है यह सभी जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल और सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं और अधिक जानकारी के लिए हमारे दूसरे पोस्ट को भी पढ़ सकते हैं boilerlearn.com अपने पाढको के साथ बॉयलर से जुड़ी जानकारी साझा करता है

 


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