Boilerlearn.com में आप का बहुत बहुत स्वागत है आज के इस पोस्ट में wet steam के बारे में विस्तार से जानकारी दुंगा what is steam, what is Wet steam, wet steam definition, wet steam temperature, difference between wet steam and dry steam, dryness fraction of wet steam, Enthalpy of wet steam आदि सभी के बारे में जानने के लिए पोस्ट को पूरा पढ़े
Wet steam के बारे में जानकारी देने से पहले मैं आप सभी लोगों को स्टीम के बारे में जानकारी देना चाहूंगा स्टीम क्या होता है उसके बाद मैं वेट स्टीम के बारे में पूरी विस्तार से जानकारी दुंगा इस पूरे पोस्ट में हमारा कोशिश यही रहेगा कि आपको आसान भाषा में जटिल से जटिल कांसेप्ट को समझा पाऊं।
What is steam
जब पानी को गर्म करते है तो उससे वाष्प बनता है उसी को स्टीम कहते है इसका कोई रंग नहीं होता है और नाही कोई रूप होता है अगर इसे खुले में छोड़ दिया जाए तो यह आसमान में उड़ जायेगा और स्टीम के साथ जब हवा मिलता है तो यह बादल के रूप में दिखाई देता है इसी को स्टीम कहते हैं इसके मुख्य तीन प्रकार होता है wet steam, dry steam और superheater steam इस पोस्ट में मैं आप सभी लोगों को वेट स्टीम के बारे में जानकारी दूंगा।
what is wet steam
जिस स्टीम में पानी का नमी होता है उसे wet steam कहते हैं Wet steam क्या है इसे समझना बहुत ही आसान है देखिए जब हम बर्तन में पानी भरकर चूल्हे पर गर्म होने के लिए रखते है तो उस टाइम पर पानी के अंदर टेंपरेचर रहता है जिसे वायुमंडलीय तापमान कहते है अगर यह जीरो रहेगा तो पानी बर्फ बन जायेगा अगर यह 100 डिग्री सेल्सियस रहेगा तो पानी उबलने लगेगा और स्टीम बनने लगेगा पर ध्यान देने वाली बात यह है वायुमंडलीय तापमान कभी भी इतना नही हो सकता है और नाही अभी तक हुआ है गर्मी के मौसम में ज्यादा से ज्यादा वायुमंडलीय तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक होता है और सर्दी के मौसम में कम से कम 1 डिग्री सेल्सियस रहता है मैं यहां पर भारत के वायुमंडलीय तापमान की बात कर रहा हुं
अब आप मान लीजिए मैंने गर्मी के मौसम में एक बर्तन में पानी लिया गर्म करने के लिए और उस टाइम पर उस पानी का वायुमंडलीय तापमान 32 डिग्री सेल्सियस है मैने उसे चूल्हे पर रख दिया और नीचे से आग लगा दिया पानी गर्म हो रहा है या नही इसे देखने के लिए मैंने पानी में थर्मामीटर डाल दिया तो आप देखेंगे धीरे धीरे पानी गर्म होगा और थर्मामीटर में टेम्परेचर बढ़ने लगेगा तो हम इसे सेंस कर पा रहे है तो इसे कहेंगे सेंसिबल हीट पानी में ऐड हो रहा है और पानी का टेंपरेचर बढ़ रहा है
थोड़े टाइम बाद आप देखेंगे पानी का टेंप्रेचर 100 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ चुका है इससे आगे नहीं बढ़ रहा है पानी उबल रहा और स्टीम बन रहा है पर टेंपरेचर नही बढ़ रहा है और अगर यह प्रक्रिया इसी तरह से चलती रही तो बर्तन में से सारा पानी स्टीम बनकर आसमान में उड़ जाएगा पर थर्मामीटर में टेंपरेचर नहीं बढ़ेगा
बर्तन में उबल रहे पानी को आप देखेंगे तो उसमे से भाप (स्टीम) निकल रहा होगा उसके उपर जब हाथ लगाएंगे तो आप को थोड़ा हिट महसूस होगा और अगर थोड़े देर तक वहां पर हाथ को रोक कर रखेंगे तो आपका हाथ पानी से गिला हो जाएगा क्यों की इस स्टीम में पानी की नमी होता है पानी की नमी के कारण स्टीम का वजन भारी हो जाता है इस लिए इसे वेट स्टीम कहते हैं।
यह भी पढ़े > types of steam in hindi
wet steam definition
वेट स्टीम हम उस स्टीम को कहते हैं जिस स्टीम में पानी का नमी रहता है कभी कभी देखा गया गया है वेट स्टीम में 1 या 2 प्रतिशत पानी रहता है तो सिस्टम के द्वारा ड्राई स्टीम मान लिया जाता है पर ऐसा नहीं है पूर्ण रूप से ड्राई स्टीम के लिए पानी का नमी बिलकुल जीरो प्रतिशत होना चाहिए तभी ड्राई स्टीम माना जाएगा स्टीम में अगर एक परसेंट भी पानी है तो हम उसे वेट स्टीम ही कहेंगे वेट स्टीम में 5% भी पानी हो सकता है 10% भी पानी हो सकता है यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि बॉयलर में जो स्टीम की उत्पादन हो रही है वह किस प्रेशर पर हो रहा है
जितना ही कम प्रेशर पर स्टीम का उत्पादन होगा उतना ही स्टीम में पानी की नमी होगा कम प्रेशर पर उत्पादन हो रहे स्टीम में कम लेटेंट हीट ऐड होगा और कम लेटेंट हीट ऐड होने की वजह से स्टीम में पानी का नमी ज्यादा मात्रा में रहेगा
और जितना ही ज्यादा प्रेशर पर स्टीम का उत्पादन होगा उतना ही ज्यादा स्टीम में लेटेंट हीट ऐड होगा जिसके वजह से स्टीम में पानी का नमी भी बिल्कुल कम होगा Wet steam में एक परसेंट से लेकर 50% तक पानी का नमी हो सकता है स्टीम में एक परसेंट भी पानी का नमी तो तो हम उसे वेट स्टीम ही कहेंगे।
wet steam temperature
जब हम पानी को गर्म करते हैं और उसका टेंपरेचर 100 डिग्री सेल्सियस हो जाता है तो स्टीम का उत्पादन होना शुरू होता है तो उस स्टीम का टेंपरेचर 100 डिग्री सेल्सियस होता है तो हम कह सकते हैं वेट स्टीम का टेंपरेचर 100 डिग्री सेल्सियस होता है और यह बहुत मजेदार चीज है प्रैक्टिकल मैंने करके देखा है आप भी बर्तन में पानी को लेना और उसके अंदर एक थर्मामीटर डालना फिर आग लगाकर स्टीम का उत्पादन करना आप देखोगे सारा पानी स्टीम बनकर उड़ जाएगा पर थर्मामीटर टेंपरेचर 100 डिग्री सेल्सियस ही बताएगा
लेकिन जैसे ही हम स्टीम का उत्पादन एक गोल सिलेंडर के तरह चारों तरफ से बंद बर्तन के अंदर करते हैं तो स्टार्टिंग में जब स्टीम उत्पादन होगा तो उसका टेंपरेचर 100 डिग्री सेल्सियस ही रहेगा पर जैसे-जैसे स्टीम उत्पादन होता जाएगा और स्टीम का प्रेशर बढ़ेगा तो वैसे-वैसे स्टीम में लेटेंट हीट ऐड होता जाएगा और स्टीम का टेंपरेचर भी बढ़ता जाएगा और बढ़ते बढ़ते एक ऐसा टाइम आ जाएगा कि स्टीम पूरी तरह से ड्राई हो जाएगी यानी कि उस स्टीम में पानी का नमी बिल्कुल ना के बराबर हो जाएगा तो इसलिए हम यह नहीं कर सकते की वेट स्टीम में कितना टेंपरेचर होता है
वेट स्टीम का टेंपरेचर पूरी तरह से उत्पादन हो रहे स्टीम के ऊपर निर्भर करता है कितने प्रेशर पर स्टीम का उत्पादन हो रहा है अगर स्टीम का उत्पादन 100 डिग्री सेल्सियस पर ही होता रहे तो टेंपरेचर 100 डिग्री सेल्सियस ही रहेगा और पूरा पानी स्टीम बनकर उड़ जाएगा पर अगर बॉयलर के अंदर स्टीम का उत्पादन होगा तो क्योंकि बॉयलर चारों तरफ से बंद होता है तो जैसे-जैसे स्टीम का उत्पादन होता जाएगा वैसे-वैसे स्टीम का प्रेशर बढ़ते जाएगा और स्टीम में लेटेंट हीट ऐड होता जाएगा और वेट स्टीम का टेंपरेचर बढ़ते जाएगा और धीरे-धीरे फेज चेंज हो जाएगा और एक टाइम ऐसा आएगा कि स्टीम पूरी तरह से ड्राई हो जाएगी।
यह भी पढ़े > types of steam traps Valve in hindi
dryness fraction of wet steam
स्टीम का उत्पादन अगर खुले वायुमंडल में किया जाए तो 50% स्टीम सुखा रहता है और 50% स्टीम में पानी का नमी रहता है लेकिन जब हम स्टीम का उत्पादन बॉयलर में करना शुरू कर देते हैं तो शुरू में जो स्टीम का उत्पादन होगा उसमें 50% पानी का नमी रहेगा पर जब धीरे-धीरे बॉयलर में स्टीम का प्रेशर बढ़ने लगेगा तो स्टीम में लेटेंट हीट ऐड होने लग जाएगा जिससे स्टीम में से पानी का नमी भी कम होने लग जाएगा और स्टीम का dryness fraction बढ़ने लग जायेगा अगर यह प्रक्रिया इसी तरह से चलती रही तो आगे चलकर स्टीम पूरी तरह से सुखा हो जाएगा जिसे हम ड्राई स्टीम कहते है।
Enthalpy of wet steam
आसानी से सीखने और समझने के लिए यूट्यूब वीडियो को देखें
wet steam table
मैं आप लोगों के लिए यूट्यूब वीडियो ऐड किया हूं आप स्टीम टेबल के बारे में देख सकते हैं
difference between wet steam and dry steam
Wet steam
- पानी से वेट स्टीम का उत्पादन होता है
- पानी में जब सेंसिबल हीट ऐड होता है तब जाकर वेट स्टीम का उत्पादन होता है
- वेट स्टीम का टेंपरेचर 100 डिग्री सेल्सियस होता है
- वेट स्टीम में 50% पानी का नमी हो सकता है
- वेट स्टीम का भार ड्राई स्टीम से ज्यादा होता है
Dry steam
- वेट स्टीम में जब लेटेंट हीट ऐड होता है तब जाकर स्टीम का फेस चेंज होता है उस स्टीम को ड्राई स्टीम कहते हैं
- ड्राई स्टीम का डेंसिटी वेट स्ट्रीम से कम होता है
- ड्राई स्टीम का टेंपरेचर 100 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होता है
- ड्राई स्टीम का उत्पादन बॉयलर के अंदर स्ट्रीम में लेटेंट हीट ऐड होने से होता है इसलिए देखा नहीं जा सकता
- ड्राई स्टीम में पानी की नमी बिल्कुल भी नहीं होता है
यह भी पढ़े > boiler mountings in hindi
Wet steam vs superheated steam
जैसा कि मैने आप सभी लोगों को बताया जब हम बर्तन में पानी को रखते हैं और नीचे से आग जलाते हैं और आग के द्वारा जब पानी में सेंसिबल हीट ऐड होता है तब पानी उबलने लगता है और स्टीम का उत्पादन होता है उस स्टीम में पानी का नमी होता है इस लिए उसे वेट स्टीम कहते हैं वही स्टीम जब इकट्ठा होकर प्रेशर बनाने लग जाता है तो उस स्टीम में लेटेंट हीट ऐड होता है जिससे पानी का सारा नमी खत्म हो जाता है उस स्टीम को ड्राई स्टीम कहते हैं ड्राई स्टीम में जब degree of temperature ऐड होता है तो स्टीम सुपर हीटेड हो जाता है।
application of wet steam
वेट स्टीम इंडस्ट्रीज एरिया में बहुत ही भारी मात्रा में उपयोग होती है टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज में कपड़े को सुखाने के लिए वेट स्टीम का उपयोग किया जाता है धागा मिल में धागा को बनाने के लिए वेट स्टीम का उपयोग किया जाता है लो प्रेशर वेट स्टीम टरबाइन चलाने के लिए वेट स्टीम का उपयोग किया जाता है प्लाई बोर्ड को बनाने के लिए वेट स्टीम का उपयोग किया जाता है टायर ट्यूब को बनाने के लिए वेट स्टीम का उपयोग किया जाता है पेपर मिल में पेपर को बनाने के लिए वेट स्टीम का उपयोग किया जाता है इसी तरह से बहुत सारी इंडस्ट्री में वेट स्टीम का उपयोग भारी मात्रा में किया जाता है।
यह भी पढ़े > boiler accessories in hindi
FAQs
What is wet steam and dry steam?
जिस स्टीम में पानी का नमी रहता है उसे वेट स्टीम कहते हैं और जिस स्टीम में पानी का नमी नहीं रहता है उसे ड्राई स्टीम कहते हैं जब बॉयलर में स्टीम का उत्पादन किया जाता है तो शुरुआत में वेट स्टीम का ही उत्पादन होता है जैसे-जैसे स्टीम का टेंपरेचर बढ़ते जाता है तो वेट स्टीम का फेज चेंज होने लग जाता है और स्टीम ड्राइव सैचुरेटेड होने लग जाता है जिसमें पानी का नमी नहीं होता है।
Conclusion
इस पोस्ट में मैंने आप सभी लोगों के साथ wet steam से जुड़ा जानकारी शेयर किया हूं मुझे उम्मीद है यह जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल और सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं और अधिक जानकारी के लिए हमारे दूसरे पोस्ट को भी पढ़ सकते हैं boilerlearn.com अपने पाढको के साथ बॉयलर से जुड़ी जानकारी साझा करता है आप का दिन शुभ हो धन्यवाद।